यू ही बिन मतलब
सड़कों पर चलना
कितना मुश्किल लगता है
न कोई मंजिल न कोई ठिकाना
नही मालूम होता जब कहाँ है जाना
तो बिन मतलब
बन वजह सड़कों पर यू ही चलना
कितना मुश्किल लगता है
न रास्ता ख़तम होता है न
न ही कोई हमसफ़र साथ होता है
बस अकेले ही चलते जाना होता है
दिशा हीन होना कितना व्यर्थ लगता है
तब जब यू ही बिन मतलब न जाने किस तलाश में
मन भटकता होता है
यू ही सड़कों पर चलना.....
अनु
2 comments:
wastav me akelapan bahut jyada peeda deta hai. mai bhuktbogi hu.
-------------------------"VISHAL"
JISNE AKELEPAN KO CHAHA, USNE KHUD KO BHI CHAHA HAI....NIHITARTH NIKALE....TO SAMBHAWNAYE KUCH AUR BHI NAJAR AAYEGI...
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