Friday, October 24, 2008

बस तुम

जहाँ मेरी ख्वाहिशें उड़ान भरना चाहती हैं
मेरा वो आसमान हो तुम
जिस में मैं अपनी पूरी ज़िन्दगी जी लेना चाहिती हूँ
मेरा वो ख्वाव हो तुम
जिस के आसरे जी रही हूँ
मेरा वो सहारा हो तुम
जिस के नाम से चलती है मेरी हर साँस
वो मेरा जीवन हो तुम!!!!!!!!! तुम बस तुम !!!!!!!! तुम ही तुम!!!!!!!!!!!
अनु