धुप कुछ ज़्यादा ही चटक लगी आज तुम्हारी कुछ ज़यादा ही कमी हुई आज हवा भी बहुत तेज़ चली आज इस में मेरे आंसुओं की नमी ठी आज महसूस हुआ हवाएं भी मेरे दुःख में दुखी हुई आज ......
आंखों में नमी रखना ज़िन्दगी में तुम्हारी कमी रखना दिल में छुपा दर्द होटों पर हसी रखना हर बात में जिकर तुम्हारा रखना बस यही है ज़िन्दगी हमारी दिल का दर्द आंखों में बसाए रखना टूट कर बिखर न जाएँ इसका तुम ख्याल रखना कोई जी रहा है सिर्फ़ तुम्हारे लिए इस बात को याद रखना