Wednesday, February 4, 2009

Evenings

Evening lasts forever
it simply gives me lonliness
sadness a way.
More and more the darkness grow
makes the mood heavy and sunlight goes.
If you were here , we were together
Then the darkness would still be there
with different mood.
But your words would not enlighten the evening.
Our parting is just unbearable for me.
Coz evening lasts forever.....
Anu.

न जाने क्यों

naa जाने क्यों

सुलझा नही सके हम

वो जो छोटी ही उलझाने थी

वो जो बस छोटी सी ही आशाएं थी

बहुत ही कम चाहतें थी

मैं तुम्हें पा कर और

तुम मुझे पा कर कितने खुश थे

चाहे छोटी ही राहतें थी

umeedein भी छोटी ही थी

और पंख फैलाने के लिए aasmaan भी कम thaa

फ़िर भी न जाने क्यों ......

अनु

अचानक

अचानक कहीं से एक

तूफ़ान सा आ जाता है

जो मेरे मन को

मेरे शरीर से अलग कर देता है

मैं तिनके को सहारा समझ उसी के साथ हो लेती हूँ

लेकिन तूफ़ान के बहाव में

वो भी tईव्र्ता से आगे बढ जाता है

और मुझे बेसहारा छोड़ जाता है

गहराई में डूबने के लिए

ज़िन्दगी से झूझने के लिए

ख़ुद से ही लड़ने के लिए

अपने अस्तित्व को बचाए रखने के लिए

अचानक कहीं से एक ....

अनु