Friday, January 9, 2009

यू ही

यू ही बिन मतलब
सड़कों पर चलना
कितना मुश्किल लगता है
न कोई मंजिल न कोई ठिकाना
नही मालूम होता जब कहाँ है जाना
तो बिन मतलब
बन वजह सड़कों पर यू ही चलना
कितना मुश्किल लगता है
न रास्ता ख़तम होता है न
न ही कोई हमसफ़र साथ होता है
बस अकेले ही चलते जाना होता है
दिशा हीन होना कितना व्यर्थ लगता है
तब जब यू ही बिन मतलब न जाने किस तलाश में
मन भटकता होता है
यू ही सड़कों पर चलना.....
अनु

2 comments:

Anonymous said...

wastav me akelapan bahut jyada peeda deta hai. mai bhuktbogi hu.

-------------------------"VISHAL"

Sarita Chaturvedi said...

JISNE AKELEPAN KO CHAHA, USNE KHUD KO BHI CHAHA HAI....NIHITARTH NIKALE....TO SAMBHAWNAYE KUCH AUR BHI NAJAR AAYEGI...