अगर फूल का खुशबू से नाता है
मजबूरी का
तो हाँ हाँ , तुम मेरी मजबूरी हो !
अगर सूरज का रौशनी से नाता है मजबूरी
का तो हाँ हाँ , तुम मेरी मजबूरी हो !!
अगर साँसों का शारीर से नाता है मजबूरी का
तो हाँ हाँ, तुम मेरी मजबूरी हो !!!
अगर चाँद का चाँदनी से नाता है मजबूरी का
तो हाँ हाँ , तुम मेरी मजबूरी हो !!!!
अगर समंदर का गहराईओं से नाता है मजबूरी का
तो हाँ हाँ, तुम मेरी मजबूरी हो !!!!!!
अगर आसमान का उचाइओन से नाता है मजबूरी का
तो हाँ हाँ, तुम मेरी मजबूरी हो !!!!!!!
अगर जीवन का मृत्यु से नाता है मजबूरी का
तो हाँ हाँ , तुम मेरी मजबूरी हो !!!!!
अनु
तो हाँ हाँ , तुम मेरी मजबूरी हो !
अगर सूरज का रौशनी से नाता है मजबूरी
का तो हाँ हाँ , तुम मेरी मजबूरी हो !!
अगर साँसों का शारीर से नाता है मजबूरी का
तो हाँ हाँ, तुम मेरी मजबूरी हो !!!
अगर चाँद का चाँदनी से नाता है मजबूरी का
तो हाँ हाँ , तुम मेरी मजबूरी हो !!!!
अगर समंदर का गहराईओं से नाता है मजबूरी का
तो हाँ हाँ, तुम मेरी मजबूरी हो !!!!!!
अगर आसमान का उचाइओन से नाता है मजबूरी का
तो हाँ हाँ, तुम मेरी मजबूरी हो !!!!!!!
अगर जीवन का मृत्यु से नाता है मजबूरी का
तो हाँ हाँ , तुम मेरी मजबूरी हो !!!!!
अनु