Tuesday, January 27, 2009

कोशिश करना


मेरे अन्दर जो उठ रहा है तूफ़ान कभी उस से झूझने की कोशिश करना
मेरे दिल पर पडा है जो बोझ कभी उसे हल्का करने की कोशिश करना
मेरी ज़िन्दगी में जो खालीपन है कभी उसे भरने की कोशिश करना
मेरे अंदर की बेचैनियिओं को कभी महसूस करने की कोशिश करना
मेरी चाहतों का असर क्यों हो रहा कम कभी जानने की कोशिश करना
मेरे आँगन अब धुप क्यों निकलती है कम कभी छाओं में साथ देने की कोशिश करना
मेरे पैर अब क्यों जलने लगे है घास पर भी कभी हमसफर बनने की कोशिश करना


अनु