Thursday, November 13, 2008

शाम

गर्मिओं की शाम में
मुझे सब याद है
आप को याद हो न हो
क्या पाया क्या खोया
आप को ख्याल हो न हो
मुझे सब एहसास है
न कोई कसमें खायी
न कोई वाडे किए
बस आधी रात के बाद
अपने अपने रास्ते चल दिए
बहुत ही मधुर यादें साथ लिए
हम आप से अलग हुए
आप को एहसास हो न हो
गर्मिओं की शाम में
मुझे सब याद है
आप को याद हो हो

अनु

1 comment:

Anonymous said...

न कोई कसमें खायी
न कोई वाडे किए
बस आधी रात के बाद
अपने अपने रास्ते चल दिए

apne aap me hi bahut kuch kahti ye line's, is par koi comment karna beimani hoga.


-------------------------"vishal"