बहुत प्यारा वरदान दिया है
मुझे हे भगवन !
जो हर क्षण , हर पल आप मेरे पास हो !
खुशियिओं में , गम में
अश्रुयों के समंदर में
मंजिल के रास्तों में
रास्तो की मुश्किल में
हर कहीं बस आप ही आप हो भगवन !
अब तो मेरे सहज प्रश्नों के उत्तर आप हो
हर पल के सखा मेरे आप हो !
हे भगवन !
prत्यक्ष न सही अप्रताय्काश रूप में मेरे साथ आप हो !
आप कि दिव्य ज्योति ही
मेरी दृष्टि है !
मेरा आँचल बस आप के आशीर्वाद के लिए ही है !
हे भगवन !
बहुत ही प्यारा वरदान दिया है........
अनु
2 comments:
u hi bhatakate, tlashte aaj apke blog par maine dustak di. jharokha khula, itni sundar kavitaon ka jhonka aya ki mujkhe pure blog ko
khangalana pada. kafi achhi rachnayen hai. chahe wo he bhagwaan ho, achanak ho, na jane kyon ho, evening, rishte ya fir yoon hi ho sari kavitayen sundar ba pdi hai.
dekhiye mera mananaa hai kviyaayen swantah sukhaay hoti hain.
kisi ki prtikriya usme mayne nahi rakhti. isi liye likhte rahen
apki panktiyaan jo achhi lagi
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prत्यक्ष न सही अप्रताय्काश रूप में मेरे साथ आप हो !
आप कि दिव्य ज्योति ही
मेरी दृष्टि है !
मेरा आँचल बस आप के आशीर्वाद के लिए ही है !
मेरी सोच में तुम
मेरी विचार में तुम
मेरी हर साँस में तुम
जहाँ भी जाती हूँ
मुझ से पहले
पहुच जाते हो तुम
dhanyawad kintu ek aagrah hai. amitabhpriyadarshi .blogspot.com sambhawtah khali rahe, galati se yeh post isme chala gayaa hai. agli baar se khalipanne.blogspot par aayen .
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